LLM कोर्स क्या है सम्पूर्ण जानकारी

LLM Course kya hai in Hindi: आज के समय में सभी व्यक्ति अपना करियर एक अच्छे मुकाम पर बनाना चाहते हैं जिसके लिए वे कड़ी मेहनत और संघर्ष भी करते हैं किंतु कभी कभी सही मार्गदर्शन न होने के कारण अपने लक्ष्य से भटक जाते हैंइसलिए हम आपको संपूर्ण मार्गदर्शन इस आर्टिकल के माध्यम से प्रदान करेंगे यदि आप कानून के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं वकील या जज बनना चाहते हैं तो आपको इससे संबंधित कोर्स करनाहोगा इसके लिए आप एलएलएम कोर्स कर सकते हैं आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको एलएलएम कोर्स से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.

LLM Course kya hai in Hindi
LLM Course kya hai in Hindi

LLM का फुलफॉर्म क्या है

LLM का फुलफॉर्म Master of Legislative Law होता है यह कानून में परास्नातक डिग्री होती है जिसमें स्टूडेंट को कानून से संबंधित सभी प्रकार का ज्ञान प्रदान किया जाता है.

LLM कोर्स की अवधि

LLM कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती है जिसमें 4 सेमेस्टर होते है प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता है जिसमे स्टूडेंट को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान भी प्रदान किया जाता है और कानून के क्षेत्र में एक्सपर्ट बनाया जाता है.

BTA Course Details in Hindi

LLM कोर्स क्या है?

जो विद्यार्थी वकील या जज बनना चाहते हैं वे LLM कोर्स कर सकते हैं यह कोर्स 2 साल का होता है जोकि एक प्रतिष्ठित पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री होती है जिसमें विद्यार्थियों को कानून से संबंधित ज्ञान प्रदान किया जाता है वकील या जज बनने के लिए LLM की डिग्री की जाती है क्योंकि जज और वकील बनने के लिए जिस ज्ञान की आवश्यकता होती है वह सिर्फ एलएलबी के बाद एलएलएम कोर्स के तहत ही प्रदान किया जाता है इसमें कानून के सिद्धांतों, कानूनी प्रक्रियाओं, कानूनी प्रणाली और कानूनी अनुसंधान के बारे में गहराई अध्ययन कराया जाता है यदि आप पहले से कानूनी शिक्षा में ग्रैजुएशन कर चुके हैं तो आप एलएलएम कोर्स कर सकते हैं जिसके बाद आप कानूनी सलाहकार, वकील, न्यायिक अधिकारी, जज आदि पदों पर कैरियर बना सकते हैं.

LLM कोर्स का महत्व एवं लाभ

  • LLM कोर्स करने से आपकोकानून के क्षेत्र में उच्च कोटि का ज्ञान प्राप्त होता है.
  • इसमें कानून के सिद्धांतों, कानूनी प्रणाली, कानूनी अनुसंधान और कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में गहराई से अध्ययन किया जाता है.
  • सभी कानूनी समस्याओं को सुलझाने की समझ विकसित होती है.
  • LLM कोर्स करने के बाद आप वकील, जज, न्यायाधीश या कानूनी सलाहकार आदि के पद पर आसीन हो सकते हैं.
  • अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता विकसित होती है.
  • इस कोर्स के माध्यम से आपकी कम्यूनिकेशन स्किल में सुधार आता है.
  • राजनीति के क्षेत्र में भी आप सलाहकार के रूप में कार्य कर सकते हैं.
  • किसी भी प्रकार के शोषण या अत्याचार के खिलाफ़ आवाज उठाकर केस लड़ सकते हैं.
  • निर्बल प्राणी का केस लड़कर उसे इंसाफ दिला सकते हैं.
  • वकालत के क्षेत्र में महारथ हासिल करने के लिए एलएलबी कोर्स अनिवार्य होता है.
  • एलएलएम कोर्स करने के बाद इससे आगे की पढ़ाई के लिए विद्यार्थी सिर्फ भारत में नहीं बल्कि विदेशों में भी एडमिशन ले सकते हैं.
  • एलएलएम कोर्स करने के बाद आप उच्च कोट की हाई सैलरी वाली जॉब प्राप्त कर सकते हैं.
  • सभी प्रकार की सामाजिक मुद्दों पर नजर रखकर उनमें फैली बुराइयों को दूर कर सकते हैं.
  • उस एलएलएम कोर्स करने के बाद आप अपना भविष्य उज्वल बना सकते हैं.
  • एलएलएम कोर्स करने के बाद व्यक्ति आत्मनिर्भर और सशक्त बनता है.

LLM के लिए योग्यता

LLM कोर्स के लिए आपको विश्वविद्यालयों द्वारा निर्धारित सभी पात्रता मापदंडों को पूरा करना होगा जोकि निम्नलिखित है

  • LLM कोर्स को करने के इच्छुक विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा में किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड में (किसी भी स्ट्रीम) में कम से कम 45% अंक प्राप्त करने चाहिए.
  • बारहवीं के बाद कानूनी शिक्षा में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी होगी स्टूडेंट एलएलबी कोर्स कर सकते हैं.
  • एलएलएम कोर्स में एडमिशन के लिए एलएलबी कोर्स मेंस्टूडेंट को अच्छे मार्क्स लाने होंगे और डिग्री प्राप्त करनी होगी.
  • LLM छात्रों को पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवश्यक प्रवेश परीक्षा भी उत्तीर्ण करने की आवश्यकता है.
  • भारत में LLM करने के लिए स्टूडेंट्स की अधिकतम उम्र सीमा 30 वर्ष होनी चाहिएकिंतु सभी शिक्षण संस्थानों में उम्र सीमा अलग अलग निर्धारित होती है.
  • आयु या शैक्षिक योग्यता से संबंधित जानकारी आपको कॉलेजकैंपस से पता करनी होगी
  • एलएलएम पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिएस्टूडेंट भारत का स्थायी निवासी होना चाहिएवरना एडमिशन में समस्या का सामना करना पड़ता है

लॉ में स्पेशलाइजेशन

लॉ की पढाई में किसी एक क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन करने से आप उस क्षेत्र में महारथ हासिल कर लेते है जिससे उस विषय से सम्बंधित किसी भी प्रकार की समस्या को बहुत ही आसानी से ख़तम कर सकते है और अपने क्लाइंट को संतुष्ट कर सकते है.  

  • टैक्स लॉ
  • साइबर लॉ
  • फैमिली लॉ
  • पेटेंट अटॉर्नी
  • बैंकिंग लॉ
  • क्रिमिनल लॉ
  • लीगल मेथड्स
  • प्लीफॉरट्रायल
  • ज्यूरिस्प्रूडेंस
  • कॉन्ट्रैक्ट्स
  • लॉ ऑफ़ एविडेंस
  • इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी
  • एडमिनिस्ट्रेटिव लॉ
  • लीगल राइटिंग
  • ह्यूमन राइट्स एंड इंटरनेशनल लॉ
  • एनवायर्नमेंटल लॉ

LLM कोर्स की फीस

LLM कोर्स की फीस आपके द्वारा चुने गए शिक्षण संस्थान पर निर्भर करती है सभी शिक्षण संस्थान कोर्स कराने के लिए अलग अलग फीस की मांग करते हैं सरकारी कॉलेज की अपेक्षा प्राइवेट कॉलेजों में फीस काफी ज्यादा होती है किंतु एलएलएम कोर्स की औसतन फीस लगभग ₹50,000 से ₹5,00,000 प्रतिवर्ष तक हो सकती है जो कि प्रत्येक कॉलेज के हिसाब से अलग अलग होती हैआपको अपने चुने हुए कॉलेज कैंपस जाकर फीस से संबंधित जानकारी प्राप्त करनी होगी.

एलएलबी कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटी

  • नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ, रांची
  • जामियामिलियाइस्लामिया, दिल्ली
  • गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गाँधी नगर
  • ओडिशा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर
  • डॉक्टर राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
  • नेशनल लॉइंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी, भोपाल
  • नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर
  • कलिंगा यूनिवर्सिटी ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी,ओडिशा
  • चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ
  • फैकल्टी ऑफ लॉ यूनिवर्सिटी ऑफ इलाहाबाद, इलाहाबाद
  • नलसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ हैदराबाद, हैदराबाद
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी

LLM कोर्स का सिलेबस

LLM कोर्स 2 वर्ष की अवधि का होता है जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं हम आपको चारो सेमेस्टर का सिलेबस निम्नलिखित बताने जा रहे हैं-

प्रथम सेमेस्टर

  • न्याय शास्त्र
  • संविधानवाद
  • व्यावहारिक प्रशिक्षण
  • भारत में कानून और सामाजिक परिवर्तन
  • कानूनी अनुसंधान और कार्यप्रणाली-l

द्वितीय सेमेस्टर

  • अपराध का कानून
  • वित्त कानून
  • कानून और प्रौद्योगिकी
  • प्रशासनिक कानून
  • विशेषज्ञताऐच्छिक-l
  • कानूनी अनुसंधान और कार्यप्रणाली-ll

तृतीय सेमेस्टर

  • संचार मीडिया कानून
  • सार्वजनिक उपयोगिता कानून
  • अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून
  • विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग विचलन
  • विशेषज्ञताऐच्छिक-ll

चतुर्थ सेमेस्टर

  • निबंध
  • कार्यक्षेत्र
  • रिपोर्ट कार्य और प्रशासन
  • विशेषज्ञता ऐच्छिक-lll
  • विशेषज्ञता ऐच्छिक-lv

LLM कोर्स करने के बाद सरकारी नौकरियां

यदि आपने LLM कोर्स कर लिया है तो उसके बाद आपको निम्नलिखित सरकारी नौकरियों मिल सकती है जिसके लिए आपको प्रतियोगिताएं पास करनी होंगी जिसके पश्चात आप अपना करियर बना सकेंगे.

  • भारतीय पुलिस सेवा
  • भारतीय जन सेवा
  • न्यायिक सेवा
  • न्यायिक सलाहकार
  • विश्वविद्यालयों में कानूनी अध्यापक
  • न्यायाधीश
  • सिविल सेवा
  • सीनियर वकील
  • वकील

LLM कोर्स के बाद प्राइवेट नौकरियां

LLM कोर्स करने के पश्चात् आपके लिए बहुत सारी जॉब अपॉर्च्युनिटीज होती है आप प्राइवेट सेक्टर में भी जॉब कर सकते हैं जो कि निम्नलिखित हैं-

  • मीडिया में जॉब
  • कम्यूनिकेशन इंडस्ट्री में जॉब
  • बैंकिंग और फाइनैंस में जॉब
  • सलाहकार
  • वकील आदि

LLM कोर्स के बाद क्या करें

  • सरकारी नौकरी कर सकते हैं
  • लीगल एडवाइजर बन सकते हैं
  • शिक्षक बन सकते हैं
  • वकील बन सकते हैं
  • न्यायिक अधिकारी बन सकते हैं
  • प्राइवेट नौकरी कर सकते हैं

LLM कोर्स के बाद सैलरी

किसी भी कोर्स या जॉब को करने से पहले व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा होती है तो हम आपको बता दें कि LLM कोर्स करने के बाद आपकी सैलरी आपके कार्य क्षेत्र, स्थित, अनुभव, पोस्ट आदि पर निर्भर करती है LLM कोर्स के बाद आपको लगभग 40 ह़जार रुपए से ₹50,000 तक प्रतिमाह की नौकरी मिल सकती है यदि आप एक जज के रूप में नियुक्त होते हैं तो आपको ₹60,000 से लेकर ₹1,00,000 प्रतिमाह तक वेतन मिल सकता है जैसे जैसे आपके अनुभव और कार्य कुशलता में सुधार होगा वैसे वैसे आपकी सैलरी भी बढ़ेगी जिसके बाद आप इससे ज्यादा भी कमा सकेंगे.

आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आज का लेख “LLM कोर्स क्या है संपूर्ण जानकारी” पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.

Leave a Comment