उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने गन्ना किसानों को लेकर ऐतिहासिक फैसला लिया है। इस कदम से प्रदेश के लाखों गन्ना किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी और खेती का खर्च भी कम होगा। सरकार ने गन्ने का न्यूनतम मूल्य (एसएमएस) पिछले साल के मुकाबले 25 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर अब 375 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। यह बढ़ोतरी खरीफ सीजन 2025 से लागू होगी।

किसानों को कैसे मिलेगा फायदा?
- आय में बढ़ोतरी: एसएमएस बढ़ने से प्रति एकड़ किसानों की कमाई में हज़ारों रुपये का इजाफा होगा।
- लागत घटेगी: सरकार ने खाद, बीज और सिंचाई पर सब्सिडी बढ़ाने का भी वादा किया है, जिससे खेती का खर्च कम होगा।
- समय पर भुगतान: गन्ना मूल्य का पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर करने की व्यवस्था भी मजबूत की जाएगी।
किसानों की आय दोगुनी करने की मुहिम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह फैसला प्रदेश के 10 लाख से ज्यादा गन्ना किसानों के हित में है। उन्होंने ट्वीट कर जानकारी देते हुए लिखा, “हमारी सरकार किसानों के लिए समर्पित है। एसएमएस बढ़ाने के साथ ही हम गन्ना आपूर्ति, शुगर मिलों की क्षमता और मार्केटिंग सुधारने पर भी काम कर रहे हैं।”
क्यों है यह फैसला अहम?
उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य है। पिछले साल प्रदेश में 1,100 लाख टन से ज्यादा गन्ना पैदा हुआ था। नए एसएमएस से न सिर्फ किसानों को फायदा होगा, बल्कि चीनी मिलों को भी पर्याप्त कच्चा माल मिलेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।
निष्कर्ष:
यूपी सरकार का यह कदम “किसान प्रथम” नीति को आगे बढ़ाता है। गन्ना मूल्य बढ़ोतरी से कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है। अब देखना है कि इस फैसले का जमीनी स्तर पर कितना सकारात्मक असर होता है।